Movie review: बच्चों को ज्यादा पसंद आयेगी 'कुंग फु योगा'
R J Alok | Mar 30, 2018, 08:38 PM IST
क्रिटिक रेटिंग | 2.5 /5 |
स्टार कास्ट | जैकी चेन, सोनू सूद, अमायरा दस्तूर, दिशा पाटनी |
डायरेक्टर | स्टैनली टॉन्ग |
प्रोड्यूसर | तैहे एंटरटेनमेंट ,शाइन वर्क पिक्चर्स |
संगीत | कोमेल-शिवान |
जॉनर | एडवेंचर एक्शन ड्रामा |
जैकी चैन का नाम आते ही आपके सामने एक काफी फुर्तीला-सा एक्टर आ जाता है जो किसी भी सिचुएशन में फर्राटेदार एक्शन के साथ साथ कहानी को आगे बढ़ाता है, इस बार भी कुछ ऐसा ही कमाल करने को 'कुंग फु योगा' के साथ जैकी चैन तैयार हैं, कैसी बनी है यह फिल्म, आइए पता करते हैं -
कहानी...
इस कहानी की शुरुआत 300 ईसा पूर्व के एक ड्रामे के साथ होती है जब चीन के टैंग साम्राज्य के लोग भारत के मगध साम्राज्य की हेल्प करते हुए उन्हें दुष्ट अरुणासवा के ऊपर जीत दर्ज कराने की कोशिश करते हैं और फिर कहानी वर्तमान के चीन पर बेस्ड हो जाती है, जहां प्रोफेसर जैक (जैकी चैन) अपने स्टूडेंट्स को पढ़ाते हुए नजर आते हैं। जैक एक पुरातत्वविद हैं जो म्यूजियम में हर तरह से अपने स्टूडेंट्स को इतिहास की जानकारी देते रहते हैं। तभी भारत के राजस्थान से प्रोफेसर अश्मिता (दिशा पाटनी) अपनी असिस्टेंट कायरा (अमायरा दस्तूर ) के साथ जैक से मिलने चीन पहुंचती हैं और उनके हाथ में एक काई सौ साल पुराना नक्शा देती हैं। उसका रहस्य जानने की कोशिश करती हैं, नक्शे को देखते ही जैक, अश्मिता, कायरा और अपनी पूरी टीम के साथ मगध साम्राज्य के खोए हुए खजाने की तलाश में लग जाता है। जिसमें तरह तरह की कठिनाइयां भी सामने आती हैं, लेकिन इसी बीच जैक के इस काम पर रेंडल (सोनू सूद) की पैनी नजर भी बनी रहती है, जो असल में छुपे हुए खजाने पर अपना अधिकार बनाना चाहता है। कहानी में कई सारे ट्विस्ट आते हैं और चीन से दुबई और फिर भारत के राजस्थान तक फिल्म पहुंचती है। आखिरकार एक क्लाइमेक्स आता है और कहानी को अंजाम मिलता है, जिसे जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
डायरेक्शन...
फिल्म का डायरेक्शन कमाल का है, वीएफएक्स, बैकग्राउंड और एक्शन सीक्वेंस गजब के हैं। फिल्म की लोकेशंस भी काफी दर्शनीय हैं। कैमरा वर्क भी सीन्स के हिसाब से अच्छा है।
फिल्म की कहानी इंटरवल से पहले काफी धीमी और कहीं कहीं बोरिंग भी लगती है। लेकिन इंटरवल के बाद का हिस्सा काफी तेज भागता है, कई सारे एक्शन सीक्वेंस आपको जैकी चैन की मौजूदगी दर्शाते ही हैं। ख़ास तौर पर बच्चों को ये एडवेंचर पसंद आएगा।
स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस...
फिल्म जैकी चैन की भूमिका अच्छी है। ख़ास तौर पर एक्शन सीक्वेंस दर्शनीय हैं। अमायरा दस्तूर का काम अच्छा है। वहीं, दिशा पाटनी के सीन्स भी अच्छे हैं, बस शुरुआत की डबिंग थोड़ी हिली हिली सी थी, जिसका सिंक होना जरूरी था। वहीं, सोनू सूद का विलेन अवतार और बेहतर हो सकता था। जैकी चैन के सामने वो काफी कमजोर सा दिखता है और अंततः सबके साथ डांस भी करने लगता है, जो कि बड़ा अजीब लगता है।
फिल्म का म्यूजिक...
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है, लेकिन आखिर का गाना सिर्फ और सिर्फ जैकी चैन के डांस के लिए देखा जा सकता है। फिल्म के संग संग, क्लाइमेक्स में वो गीत फिट नहीं बैठता।
देखें या नहीं...
अगर आप जैकी चैन और उनके एक्शन के बड़े वाले फैन हैं तो एक बार देख सकते हैं।
(News in Hindi from Dainik Bhaskar)