Moview Review : शिमला की वादियों की कहानी है ' डियर माया'
dainikbhaskar.com | Mar 30, 2018, 06:31 PM IST
रेटिंग | 2/5 |
स्टार कास्ट | मनीषा कोइराला, श्रेया चौधरी , मदीहा इमाम |
डायरेक्टर | सुनैना भटनागर |
प्रोड्यूसर | वेव सिनेमा |
म्यूजिक | अनुपम रॉय |
जॉनर | सस्पेंस ड्रामा |
मनीषा कोइराला और दो लड़कियों की कहानी पर आधारित है 'डियर माया'। जानते हैं कैसी है यह फिल्म:-
कहानी
यह कहानी शिमला के एक ही स्कूल में पढ़ने वाली दो दोस्तों एना (मदीहा इमाम) और इरा (श्रेया चौधरी) की है, जो वो पड़ोस में रहने वाली मायूस और खुद को दुनिया से अलग रखने वाली माया (मनीषा कोइराला) को खुश करने की कोशिश करती हैं। इसके लिए वे उसे कई लेटर लिखकर भेजती रहती हैं। एक वक्त के बाद जब माया उन चिट्ठियों को पढ़ती है तो अलग ही दुनिया में खो जाती है। कुछ दिनों बाद एक दिन ऐसा आता है, जब माया गायब हो जाती है। अब दोनों लड़कियां परेशान हो जाती हैं और माया को ढूंढने की कोशिश करती है। क्या होता है कहानी का अंजाम, जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
डायरेक्शन
फिल्म का डायरेक्शन और लोकेशंस के साथ-साथ कैमरा वर्क और सिनेमैटोग्राफी कमाल की है। शिमला के लोकेशन पर बहुत ही अच्छी फोटोग्राफी हुई है। फिल्म का फर्स्ट हाफ तो ठीक-ठाक है, लेकिन सेकंड हाफ में कहानी काफी बिखर जाती है। एक वक्त के बाद ऐसा लगने लगता है कि इसे जबरदस्ती बढ़ाया जा रहा है। कहानी को और भी क्रिस्प किया जाता तो और दिलचस्प लगती। फिल्म का अंत और भी बेहतर हो सकता था। साथ ही मनीषा कोइराला का प्रयोग अच्छे ढंग से नहीं किया गया। उनके किरदार को और भी निखारा जा सकता था।
स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस
मनीषा कोइराला का काम बहुत ही बढ़िया है और माया के किरदार में उन्होंने जान फूंक दी है। वहीं, श्रेया चौधरी, मदीहा इमाम का काम भी सहज है। बाकी कलाकारों ने भी अच्छा काम किया है।
फिल्म का म्यूजिक
फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है।
देखें या नहीं
अगर हल्की-फुल्की कहानियां और मनीषा कोइराला पसंद हैं, तो एक बार देख सकते हैं।
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