कंडक्टर रहे रजनी को ऐसे मिला था पहला ब्रेक, ये हैं लाइफ के इंटरेस्टिंग Facts
साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत 67 साल के हो चुके हैं।
DainikBhaskar.com | Last Modified - Dec 12, 2017, 11:20 AM IST
- +8और स्लाइड देखेंवाइफ लता और बेटियों ऐश्वर्या और सौंदर्या के साथ रजनीकांत।
मुंबई/चेन्नई। लेजेंडरी एक्टर रजनीकांत 67 साल के हो चुके हैं। 12 दिसंबर, 1950 को बेंगलुरू में जन्में रजनी के फैंस के लिए ये दिन किसी फेस्टिवल से कम नहीं है। आज पूरी फिल्म इंडस्ट्री में उनके नाम का डंका बजता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कैसे की थी। ज्यादातर लोग ये बात जानते हैं कि एक्टर बनने से पहले रजनीकांत एक बस कंडक्टर हुआ करते थे, लेकिन फिल्मों में उनकी एंट्री कैसे हुई इस बात से अब भी लोग अनजान हैं। रजनीकांत के बर्थडे पर dainikbhaskar.com बता रहा है उनकी लाइफ से जुड़े हुए कुछ ऐसे ही Facts…
रजनीकांत को ऐसे मिला था ब्रेक...
- रजनीकांत को सबसे पहला ब्रेक 1975 में 25 साल की उम्र में मिला। फिल्म थी तमिल मूवी ‘Apoorva Raagangal’ जिसमें कमल हासन लीड रोल में थे।
- डायरेक्टर के बालचंदर की इस फिल्म में रजनीकांत ने महज 15 मिनट का रोल किया था, जिसे किसी ने नोटिस भी नहीं किया था। उस वक्त किसी ने भी ये नहीं सोचा होगा कि ये सिंपल सा आदमी एक दिन सुपरस्टार बनेगा।
- बालचंदर, रजनीकांत से पहली बार एक फिल्म इंस्टीट्यूट में मिले थे, तब रजनीकांत एक स्टूडेंट हुआ करते थे। बालचंदर ने रजनीकांत को अगले दिन अपने ऑफिस में आने को कहा।
- जब रजनीकांत उनसे मिलने पहुंचे, तो बालचंदर ने उन्हें बताया कि वो उनकी अगली फिल्म में काम कर रहे हैं। रजनीकांत को यकीन ही नहीं हुआ कि वो इतने बड़े नामी डायरेक्टर की फिल्म का हिस्सा बन गए हैं।
- उस वक्त बालचंदर ने अपने एक दोस्त से कहा था- ‘इस लड़के की आंखों में आग है। देखना, एक दिन ये तमिलनाडु में तूफान लाएगा। जल्द ही रजनीकांत प्रोड्यूसर्स के बीच पॉपुलर हो गए और हर कोई उनकी एंटी-हीरो इमेज को भुनाने में लग गया।आगे की स्लाइड पर, जब विलेन से हीरो बन गए रजनीकांत...
- +8और स्लाइड देखेंकमल हासन और के बालचंदर के साथ रजनीकांत।
विलेन से बने हीरो
रजनीकांत ने हमेशा के. बालचंदर को अपना गुरू कहा है, लेकिन वो एसपी मुथुरामन थे जिन्होंने रजनीकांत की इमेज को बदला और उन्हें एक पॉजिटिव हीरो बनाकर दर्शकों के सामने पेश किया। अपनी तमिल फिल्म ‘Bhuvana Oru Kelvikkuri’ में मुथुरामन ने रजनीकांत को फर्स्ट हॉफ में विलेन बनाया और सेकेंड हॉफ में एक हीरो। फिल्म सुपरहिट साबित हुई और फिल्म की सक्सेस ने मुथुरामन को रजनीकांत के साथ एक और मेलोड्रामा फिल्म बनाने के लिए प्रेरित किया। - +8और स्लाइड देखेंरजनीकांत।
बने फीमेल फैंस के चहेते
मुथुरामन ने रजनीकांत के साथ दूसरी फिल्म बनाई ‘Aarilirunthu Arubathu Varai’, फिल्म में रजनीकांत एक ऐसे हीरो बने, जो अपने भाइयों के लिए सबकुछ छोड़ देता है। फिल्म के आखिर में वो एक बूढ़े के किरदार में भी दिखे। फिल्ममेकिंग के दौरान रजनीकांत को लगता था कि एक विलेन का इमोशनल हीरो बनना ऑडियंस को पसंद नहीं आएगा लेकिन ये फिल्म हिट हुई और रजनीकांत फीमेल फैंस के बीच काफी पॉपुलर हो गए। ये दोनों फिल्में रजनीकांत के करियर में टर्निंग प्वाइंट बनीं। वो विलेन से हीरो बन गए। इसी बीच डायरेक्टर जे महेंद्रन की फिल्म ‘Mullum Malarum’ आई, जिसने रजनीकांत को पूरी तरह एक एक्टर के तौर पर स्टेबलिश कर दिया। - +8और स्लाइड देखेंरजनीकांत।
मुश्किल दौर में मिला दोस्तों का साथ
इसी बीच एक दौर ऐसा भी आया जब ग्लैमर वर्ल्ड की चकाचौंध ने रजनीकांत को परेशान कर दिया। यहां तक की उन्होंने फिल्म लाइन छोड़ने का इरादा भी कर लिया था। ऐसे में के बालचंदर, कमल हासन जैसे करीबी दोस्तों ने बड़ी मुश्किल से उन्हें रोका। - +8और स्लाइड देखेंरजनीकांत।
जिंदगी का दूसरा दौर
रजनीकांत की जिंदगी का सेकेंड फेज शुरू हुआ डायरेक्टर के बालाजी की सुपरहिट फिल्म ‘बिल्ला’ से, जिसने उनके सभी क्रिटिक्स के मुंह बंद कर दिए। इसके बाद उन्होंने Pokkiri Raja, Thanikkattu Raja, Naan Mahaan Alla और Moondru Mugham जैसी हिट फिल्में दी। Moondru Mugham में तो उन्होंने ट्रिपल रोल निभाए। इसी दौर में आई के बालचंदर की फिल्म ‘Netrikan’ भी रजनीकांत के करियर में अहम साबित हुई। - +8और स्लाइड देखेंरजनीकांत।
तीन हिस्सों में बंटी जिंदगी
फिल्म ‘बादशाह’ में रजनीकांत ने पहली बार प्लेबैक किया। इस फिल्म में उनके किरदार की जिंदगी आठ हिस्सों में बंटी हुई थी। वैसे उनका खुद का करियर भी तीन हिस्सों में बंटा हुआ है। जिसके पहले हिस्से में वो विलेन थे, दूसरे में नेगेटिव अवतार वाले हीरो और तीसरे में तमिल फिल्मों के राजा, जो हर फिल्म अपनी शर्तों पर करता है। ये उनकी मजबूत इमेज का ही नतीजा है कि वो साल में 1 या 2 फिल्में ही करते हैं, मगर फिर भी ऑडियंस के दिल पर उनका ही राज चलता है। - +8और स्लाइड देखेंरजनीकांत।
कमाई का ‘बादशाह’
फिल्म ‘बादशाह’ से शुरू हुए बंपर कमाई के सिलसिले को Annamalai, Arunachalam, Ejaman, Muthu और Padayappa जैसी फिल्मों ने आगे बढ़ाया और ये ट्रेंड बन गया कि सिर्फ रजनीकांत ही अपनी फिल्मों के रिकॉर्ड्स तोड़ सकते हैं। - +8और स्लाइड देखेंरजनीकांत।
‘रजनी अन्ना’ की सुपरहिट स्टाइल
एक एक्टर के रुप में रजनीकांत की सबसे बड़ी खासियत है उनकी स्टाइल, सेंस ऑफ ह्यूमर और उनकी शानदार कॉमिक टाइमिंग। जिस तरह अमिताभ बच्चन अपने शराबी एक्ट के लिए मशहूर हैं, वैसे ही रजनीकांत अपनी सिग्नेचर स्टाइल के लिए मशहूर हैं, जिसे वो कई बार दोहराते हैं। - +8और स्लाइड देखेंरजनीकांत।
बॉलीवुड में एंट्री
80 के दशक में रजनीकांत ने फिल्म 'अंधा कानून' के जरिए बॉलीवुड में एंट्री की, लेकिन वो यहां करियर बनाने के लिए ज्यादा उतावले नहीं थे, क्योंकि साउथ इंडस्ट्री में वो पहले ही अपनी मजबूत जगह बना चुके थे। उन्होंने चालबाज, हम और खून का कर्ज जैसी कई हिंदी फिल्मों में काम भी किया। हिंदी के अलावा उन्होंने तेलुगु इंडस्ट्री में भी काफी काम किया और सक्सेस बटोरी। उनकी फिल्म ‘Peddarayudu’ ने तेलुगु इंडस्ट्री के साथ-साथ यूके और यूएसए में भी कई रिकॉर्ड्स तोड़े। उनकी फिल्म ‘Muthu’ जापान में बड़ी हिट साबित हुई। चंद्रमुखी, शिवाजी, रोबोट और कबाली जैसी फिल्मों ने तो पूरी दुनिया में तहलका मचाया। अब रजनीकांत डायरेक्टर शंकर की फिल्म 2.0 में दिखेंगे।
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