जिसकी आवाज हुई थी रिजेक्ट, उसके इन गानों के दीवाने हैं लोग
वडाली ब्रदर्स के प्यारेलाल नहीं रहे...
DainikBhaskar.com | Last Modified - Mar 09, 2018, 04:31 PM IST
- नहीं प्यारेलाल वडाली...
स्पेशल डेस्क: दुनियाभर में अपनी सूफी गायकी का जादू बिखेरने वाली वडाली बर्दस की जोड़ी अब टूट चुकी है। पद्मश्री पूर्णचंद वडाली के छोटे भाई प्यारेलाल वडाली का हार्टअटैक से निधन हो गया। प्यारे लाल कुछ समय से बीमार चल रहे थे और उन्हें अमृतसर के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्यारेलाल वडाली ने 'तू माने या ना माने दिलदारा' समेत कई खूबसूरत गाने इंडस्ट्री को दिए। कभी रिजेक्ट हो गई थी आवाज...
- सूफी सिंगर वडाली ब्रदर्स 'गुरू की वडाली' गांव अमृतसर डिस्टिक(पंजाब) से थे। जो कि धन-धन श्री गुरू हरगोविंद साहब(सिखों के 6वें गुरू) का भी बर्थ प्लेस है।
- म्यूजिशियन की पांचवी जेनरेशन में जन्मे पूरनचंद और प्यारेलाल ने सूफी संतों की बातों को सिंगिंग के माध्यम से पहुंचाया।
- पहली बार वडाली ब्रदर्स गांव के बाहर जालंधर से हरबल्लभ मंदिर में परफॉर्मेंस देने गए थे। हालांकि हरबल्लभ संगीत सम्मेलन(जालंधर) में दोनों को आवाज की वजह से गाने की परमिशन नहीं मिली और ब्रदर्स को रिजेक्ट कर दिया गया था।
- इस डिसअप्वॉइमेंट के बाद वडाली ब्रदर्स ने जालंधर में संगीत सम्मेलन किया। जहां उन्हें ऑल इंडिया रेडियो के एक एग्जीक्यूटिव ने देखा और तभी दोनों का पहला सॉन्ग रिकॉर्ड किया था। - +2और स्लाइड देखेंकभी रिजेक्ट हो गई थी आवाज
- +2और स्लाइड देखेंकई फिल्मों में दिए हिट सॉन्ग
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